आज हमारी सबसे बड़ी समस्या यही है साम्प्रदायिकता, कोई माने या न माने, कोई मेरी बात से सहमत हो या न हो लेकिन हमारे देश में साम्प्रदायिकता तेज़ी से फ़ैल रही है, क्योंकि हमारी संस्कृति हमारे बच्चे नहीं सीख रहे है हम सिखा ही नहीं रहे, आज हमारे कम उम्र के बच्चों से सात आठ साल के बच्चे से हिन्दू मुस्लिम सुना जा सकता है,
यह ज़हर वो संगठन फैला रहे है जो धर्म की आड़ में अपनी रोटी सेंक रहे है । हमारे देश का यह दुर्भाग्य रहा है कि यहाँ के लोग बिना सोचे समझे किसी की भक्ति में इतने अंधे हो जाते है की अच्छा और बुरे में कोई फर्क समझना ही नहीं चाहते बस अंधभक्ति में विलीन हो जाते है इसी लिए साम्प्रदायिक लोग साम्प्रदायिकता फ़ैलाने में सफल हो जाते है,
अगर अभी संभला न गया तो बहुत बुरा होगा हमारे देश में गृहयुद्ध जैसे हालात पैदा हो जायेंगे, जो हालात हम अक्सर दूसरे देशों के बारे में सुनते है वो हालात यहाँ भी हो सकते है, इस वक़्त में साम्प्रदायिकता का ख़ात्मा करना ही असली देशभक्ति है और साम्प्रदायिकता का ख़ात्मा चाहने वाले ही असली देश भक्त है । जब तक मेरे देश के नागरिक सम्प्रदाय को लेकर लड़ते रहेंगे तब तक न ही तो लोगों का विकास हो सकता न ही देश का, अगर साम्प्रदायिकता के साथ विकास होगा तो वो खोखला विकास होगा ।
जय हिन्द जय भारत
✒ आसिफ कैफ़ी सलमानी
Written By - Asif Kaifi Salmani
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