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हिंदी दिवस पर विशेष


हिंदी दिवस की शुभकामनाएं

कई ऐसे है देश है जो अपनी भाषा को प्राथमिकता ही नहीं देते बल्कि उसे पूर्ण रूप से लागू करते है उनमें से हमारा देश नहीं है, यहां अंग्रेज़ी को प्राथमिकता दी जाती है और अंग्रेज़ी को ही ज्ञान का स्त्रोत माना जाता है यानी कोई हाई-फाई अंग्रेज़ी में बात करें वो ज्ञानी ... जबकि यह धारणा बिल्कुल ग़लत है अंग्रेज़ी सिर्फ भाषा है कोई डिग्री नहीं है और हिंदी बोलने वालों को कमतर आँका जाता है जो नासमझी है
    जहां हमारी पहचान हिंदी थी और है भी हम उसी पहचान को हम दूसरी भाषा से बदलने की कोशिश में है, ऐसा नहीं कह रहा हूँ की अंग्रेज़ी को बिल्कुल ख़त्म कर दिया जाए बल्कि अंग्रेज़ी को इस तरह से सीखा जाए जैसे किसी भाषा को सीखा जाता है न की जैसे कोई उपाधि हो ...
    हिंदी वो भाषा है जिसमें भावनाएं है, जो जुड़ाव पैदा कराती है, भारतीयता की पहचान है और करोड़ो लोगों के बोलने और समझने का ज़रिया है ।
 और अगर हिंदी को उसकी छोटी बहन उर्दू का साथ मिल जाए तो फिर कहना ही क्या ।
हिंदी को अपनाएं रखे क्योंकि जापान ने जैपनीज़, चाइना ने चाइनीज़ और अरब मुल्कों ने अरेबिक को अपनी भाषा को अपनी बनाएं रखा और ये देश किसी भी मामलें में अंग्रेज़ी को अपनी भाषा के ऊपर हावी करने वालों से एक क़दम भी पीछे नहीं है बल्कि आगे ही होंगे ।


- आसिफ कैफ़ी सलमानी

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